27 मई 2014

देश के 15वें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताजपोशी पर मुक्‍तक



शपथ ग्रहण समारोह
तुम्‍हारी ख्‍़वाहिशें थीं या था तुम्‍हारा जुनून। 
वक्‍़त बताएगा इस हवा का मज्‍़मून
अब निभाना और खरे उतरना एे मसीहा, 
सारा विश्‍वास दे दिया रहेंगे सदा मम्‍मून।

12 मई 2014

आज मतदान कर दो



Young voter 
अगर ना किया हो कभी तुमने दान, आज मतदान कर दो।
अगर ना थोड़े से भी हो अनजान, आज मतदान कर दो।
फि‍र न आएगा यह दिन, फि‍र पछताओगे तुम सोच कर भी,
हक़ है नाहक न करवाओ मनुहार, आज मतदान कर दो।
हर कोई यह सोच ले कि ना देने से क्‍या पड़ेगा फर्क,
यह सोच अब बदल गई है मान लो, आज मतदान कर दो।
युवा शक्ति फि‍र आज देश की तकदीर लिखेगी समझो यह,
भ्रष्‍टाचार-दुष्‍कर्म से निज़ात हो, आज मतदान कर दो।
मत चूके चौहान, आज मौका है, मैदान मार ‘आकुल’,
इतिहास में लिख जाएगा यह दान, आज मतदान कर दो।

11 मई 2014

माँ की महिमा

कविता गीत ग़ज़ल रुबाई। 
सबने माँ की महिमा गाई।। 
 
जल सा है माँ का मन निर्मल।
जलसा है माँ से घर हर पल।
हर रंग में घुल जाती है माँ
जल से ज्‍यों बन जाता शतदल।
माँ गंगाजल, माँ तुलसीदल।
माँ गुलाबजल, माँ है संदल।
क्‍या जल-थल-नभ, गहरी खाई।
माँ की कभी नहीं हद पाई।।

माँ फूलों की बगिया जैसी।
रंगों में केसरिया जैसी।
माँ गीतों में रसिया जैसी।
माँ भोजन में दलिया जैसी।
माँ वीरा, माँ धी, माँ बहना।
माँ अनमोल जड़ी, माँ गहना।
रूप स्‍वरूप धरे जब-जब भी
दूध दही माखन सी पाई।।