3 सितंबर 2011

'आकुल' को 'साहि‍त्‍य श्री' सम्मानोपाधि‍। परि‍यावाँ में भी वे कोटा के वरि‍ष्‍ठ साहि‍त्‍यकार श्री रघुनाथ मि‍श्र के साथ्‍ा सम्‍‍मानि‍त होंगे।

कोटा के जनवादी कवि‍, संगीतकार, साहि‍त्‍यकार, लेखक, सम्‍पादक क्रॉसवर्ड वि‍जर्ड गोपाल कृष्‍ण भट्ट 'आकुल' को राष्‍ट्रवीर महाराजा सुहेलदेव ट्रस्‍ट, सि‍होरा, जबलपुर म0प्र0 द्वारा उनकी हि‍न्‍दी साहि‍त्‍य सेवा व सम्‍पादन कार्य के लि‍ए 2011 की 'साहि‍त्‍य श्री' सम्‍मानोपाधि‍ प्रदान की है।
श्री 'आकुल' के साथ कोटा के ही वरि‍ष्‍ठ साहि‍त्‍यकार श्री रघुनाथ मि‍श्र को साहि‍त्‍यि‍क, सांस्‍कृति‍क कला संगम अकादमी परि‍यावाँ, प्रतापगढ़ उ0प्र0 द्वारा वर्ष 2011 के लि‍ए सम्‍मान के लि‍ए भी चयन कि‍या गया है। 30 अक्‍टूबर 2011 को आयोजि‍त होने जा रहे इस भव्‍य समारोह में श्री 'आकुल' को 'वि‍वेकानन्‍द सम्‍मान' से वि‍भूषि‍त कि‍या जायेगा और श्री मि‍श्रा को 'वि‍द्या वाचस्‍पि‍त (मानद)' से सम्मानि‍त कि‍या जायेगा। अकादमी के सचि‍व श्री वृन्‍दावन त्रि‍पाठी रत्‍नेश ने पत्र एवं दूरभाष से सम्‍पर्क कर दोनों को चयन की सूचना दी और बधाई दी। उन्‍होंने बताया कि‍ इस भव्‍य समारोह अखि‍ल भारतीय स्‍तर के लगभग 40 से 50 साहि‍त्‍यकारों को प्रति‍वर्ष सम्‍मानि‍त कि‍या जाता है। इस वर्ष भी 100 से अधि‍क साहि‍त्‍यकारों को सम्‍मानि‍त कि‍या जायेगा। सभी जगह आमंत्रण पत्र भि‍जवा दि‍ये गये हैं ओर स्‍वीकृति‍याँ आने लग गयी हैं। समारोह में हि‍न्‍दी गरि‍मा सम्‍मान, कला मार्तण्‍ड, हि‍न्‍दी सेवी सम्‍मान, साहि‍त्‍य मार्तण्‍ड, पत्रकार मार्तण्‍ड, वि‍द्या वाचस्‍पति‍, वि‍द्या वारि‍धि‍, साहि‍त्‍य महामहापाध्‍याय, रोहि‍त कुमार माथुर स्‍मृति‍ सम्‍मान, पं0 जगदीश नारायण त्रि‍पाठी स्‍मृति‍ सम्‍मान, पं0 जगदीश नारायण त्रि‍पाठी स्‍मृति‍ सम्‍मान, प0 दुर्गाप्रसाद शुक्‍ल स्‍मृति‍ सम्‍मान, सुश्री सरस्‍वती सिंह सुमन स्‍मृति‍ सम्‍मान और कबीर सम्‍मान भी दि‍ये जायेंगे। श्री भट्ट और श्री मि‍श्रा 29 अक्‍टूबर को कोटा से परि‍यावाँ के लि‍ए रवाना होंगे। श्री त्रि‍पाठी ने बताया कि‍ सम्‍मारोह की भागीदारी सहयोगी संस्‍था तारि‍का वि‍चार मंच करछना इलाहाबाद और विंध्‍यवासि‍नी हि‍न्‍दी वि‍कास संस्‍थ्‍ज्ञान नई दि‍ल्‍ली भी साहि‍त्‍यकारों का सारस्‍वत सम्‍मान करेंगी।
श्री भट्ट और मि‍श्रा को इस सम्‍मान के लि‍ए बधाइयों का ताँता लगा हुआ है। भट्ट को उनकी पुस्‍तक 'जीवन की गूँज' और श्री मि‍श्रा को उनकी पुस्‍तक 'सोच ले तू कि‍धर जा रहा है' के लि‍ए उनकी साहि‍त्‍य सेवा के लि‍ए सम्‍मानि‍त कि‍या जा रहा है।

2 टिप्‍पणियां:

​अवनीश सिंह चौहान / Abnish Singh Chauhan ने कहा…

Aap sabhee ko hardik badhai evam shubhkamnayen!
sadar

RAGHUNATH MISRA ने कहा…

Sammanit hone ke liye kavivar Aakul ko hardik badhai.
RAGHUNATH MISRA,KOTA