छंद-
आनंदवर्धक
जीत
का उत्सव मनाना चाहिए.
दूर
करना है तनावों को कभी भी
धाम
तीरथ घूम आना चाहिए.
मापनी-
2122 2122 212
विधान-
उपर्युक्त मापनी वाचिक हो और 10,9 या 12, 7 पर यति न बने तो यह छंद आनंदवर्धक बन
जाता है. यदि उक्त दोनों विधान लागू हों तो वह पीयूष वर्षी बन जाता है.
पदांत-
चाहिए
समांत-
आना
दु:ख
जैसे हो घटाना चाहिए.
मौत
का मंजर भुलाया जा सके,
व्यस्तताओं
को बढ़ाना चाहिए.
डर
सताये जो कभी मौका पड़े,
साथियों
के पास जाना चाहिए.
कर
सको तो क्रोध पर काबू करो,
मौन
को आदत बनाना चाहिए.
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