शपथ ग्रहण समारोह |
तुम्हारी ख़्वाहिशें थीं या था तुम्हारा जुनून।
वक़्त बताएगा इस हवा का मज़्मून।
अब निभाना और खरे उतरना एे मसीहा,
सारा विश्वास दे दिया रहेंगे सदा मम्मून।
वक़्त बताएगा इस हवा का मज़्मून।
अब निभाना और खरे उतरना एे मसीहा,
सारा विश्वास दे दिया रहेंगे सदा मम्मून।
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