28 सितंबर 2017

महागौरी (गीतिका)

करो ध्यान महागौरी का वरदायिनी है.
संभव करती असंभव को सुखदायिनी है.

समस्त वस्त्राभूषणों से श्‍वेतांबरधरा,
आदिशक्ति सद्य: अमोघ फलदायिनी है.

कर कठोरव्रत वरण किया जिसने शिव को
यही पार्वती यही सुख समृद्धिदायिनी है.

अभय हस्त-मुद्रा, डमरू, माँ त्रिशूल धारे,
वृषभ वाहिनी व चारभुजा शोभायिनी है.

शांति स्वरूपा माँ दुर्गा की आठवीं शक्ति,
कृपा करे माँ शीघ्र ही सिद्धि प्रदायिनी है

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