30 मई 2010

"आकुल" की नई पुस्‍तक "जीवन की गूँज" प्रकाशित। लोकार्पण की घोषणा शीघ्र

लंबे समय से प्रतीक्षित गोपाल कृष्‍ण भट्ट "आकुल" की पुस्‍तक "जीवन की गूँज" काव्‍य संग्रह आखिरकार प्रकाशित हो ही गया। 240 पृष्‍ठीय इस पुस्‍तक में जीवन के उनके विगत 50 वर्षों की साहित्यिक रचना संसार की रचनायें प्रकाशित हैं। 9 खंडों में बनी इस पुस्‍तक में श्रीकृष्‍णर्पणम्, जीवन की गूँज, शृंगार सजनी, होली, सखा बत्‍तीसी प्रमुख खंड हैं। राजस्‍थान में और विशेषकर कोटा में विशेष लू और तीव्र गर्मी के क़हर के कारण अभी पुस्‍तक का लोकार्पण स्‍थगति रखा गया है। शीघ्र ही पुस्‍तक के लोकार्पण की तिथि घोषित की जायेगी।

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