5 अगस्त 2010

जलेस की बैठक में निर्णय। 'आकुल' के काव्‍य संग्रह 'जीवन की गूँज' का लोकार्पण इसी माह

कोटा। हाल ही में प्रकाशित गोपाल कृष्‍ण भट्ट 'आकुल' की नई पुस्‍तक 'जीवन की गूँज' का लोकार्पण इसी माह होने जा रहा है। जनवादी लेखक संघ के जिलाध्‍यक्ष श्री रघुनाथ मिश्र ने बताया कि दिनांक 4-8-2010 को हुई बैठक में लोकार्पण के लिए की जाने वाली तैयारियों, अतिथियों, कृति परिचय, विमोचन के लिए समारोह की अध्‍यक्षता आदि के लिए शहर के प्रतिष्ठिति साहित्‍यकारों के नामों पर चर्चा हुई। लोकार्पण समारोह नयापुरा स्थित मेडिकल एसोसिएशन के मुख्‍यालय (आरएमएसआरयू)पर होना तय हुआ हैं। यूनियन सचिव श्री गालव से दूरभाष पर स्‍वीकृति प्राप्‍त हो चुकी है। समारोह 22 अगस्‍त 2010, रविवार को किया जाना लगभग तय है।
जनवादी लेखक संघ के सभी बड़े कार्यक्रम यहीं सम्‍पन्‍न होते आये हैं। वर्ष 2008 में जलेस द्वारा मनाये गये 'सृजन वर्ष' के दौरान प्रकाशित सभी 9 पुस्‍तकों का विमोचन मुख्‍यालय के सभागार में हुआ था। जलेस शहर इकाई के सचिव श्री नरेंद्र चक्रवर्ती ने बताया कि आमंत्रण पत्र शीघ्र ही डाक द्वारा सम्‍प्रेषित कर दिये जायेंगे तथा अधिक से अधिक संख्‍या में शहर व प्रदेश के सम्‍माननीय साहित्‍यकारों से एसएमएस के माध्‍यम से भी ज्‍यादा से ज्‍यादा संख्‍या में उपस्थित होने के लिए आग्रह किया जायेगा। उन्‍होंने बताया कि 'आकुल' की यह तीसरी पुस्‍तक है। 240 पृष्‍ठीय यह पुस्‍तक 'आकुल' की 50 वर्षीय साहित्यिक जीवन यात्रा के दौरान हुए अनुभवों के लेखनी से उकेरे गये विभिन्‍न काव्‍य विधाओं का अनूठा संग्रह है। अपने आप में यह पुस्‍तक कोटा के साहित्‍य जगत् में बिल्‍कुल अनोखी है। इस समारोह के मीडिया कवरेज के लिए भी एसटीएन, ईटीवी राजस्‍थान, न्‍यूज24, 99, स्‍थानीय दैनिक समाचार पत्रों आदि से सम्‍पर्क किया जा रहा है। बैठक लेखक 'आकुल' के निवास 817 महावीर नगर-2 में सम्‍पन्‍न हुई। बैठक में श्री रघुनाथ मिश्र, श्री नरेंद्र चक्रवर्ती, लेखक गोपाल कृष्‍ण भट्ट 'आकुल' और उनके अभिन्‍न मित्र अधिवक्‍ता श्री बी सी मालवीय उपस्थित हुए।

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