चादर छोटी या बड़ी,ढक तू पाँव समेट।
जगत चल रहा कर्ज
से, हाथ धरे ना बैठ।
हाथ धरे ना बैठ, कर्म करता जा प्यारे।
इतना ही ले कर्ज, थके ना तू ना हारे।
कह 'आकुल'
कविराय, ऐश करना न बिरादर।
रोड शो के दौरान 'आप' नेता पर ऑटो ड्राइवर द्वारा मारा गया थप्पड़ |
हर नेता है कर रहा, जनता से मनुहार।
आम आदमी पिट रहा, किससे करे गुहार।
किससे करे गुहार, कौन सम्मान करेगा।
लगता है तूफान, बहुत नुकसान करेगा।
आम आदमी आज, अभी भी ना गर चेता।
और गिरेगी गाज, भ्रष्ट होगा हर नेता।।
SUNDAR PRASTUTIYAN- BODHGAMYA-SAHAJ-SARAS-PATHANEY-ANUKARNEEY.
जवाब देंहटाएंDR.RAGHUNATH MISHRA 'SAHAJ'