15 फ़रवरी 2024

शिक्षित हों सारे पढ़ के

छन्‍द- मणिमध्‍या (वार्णिक)
गण विधान- भगण मगण सगण
मापनी- 211 222 112
पदांत- के
समांत- अढ़

आफत लें आगे बढ़ के ।
काम बिगाड़ें वो रढ़ के।

हो सकते थोड़े सनकी,
वे जिनकी हो भौं चढ़ के।

क्‍या समझें पैदाइश ही,
ईश्‍वर ने भेजा गढ़ के?

माँ न कुसंस्कारी जनती,
संगत दे जाती मढ़ के।

‘आकुल’ का तो है कहना,
शिक्षित हों सारे पढ़ के।

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