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| आओ करें दोस्ती |
बाल गीत
आओ करें दोस्ती तुमसे शश क्या मित्र बनोगे?
कोई नहीं सतायेगा तुमको क्या संग चलोगे?
कोई नहीं सतायेगा तुमको क्या संग चलोगे?
तुम हो गोरे चपल चतुर हो, तेज दौड़ते हो तुम।
उछल-उछल कर चलते ऐसे जैसे उड़ते हो तुम।
मेरे घर के पाई बाग में रहते हो तुम बिल में,
चाहो तो मेरे घर मेरे सँग रह सकते हो तुम।
उछल-उछल कर चलते ऐसे जैसे उड़ते हो तुम।
मेरे घर के पाई बाग में रहते हो तुम बिल में,
चाहो तो मेरे घर मेरे सँग रह सकते हो तुम।
देखेंगे तुमको मेरे घर तुम आनंद करोगे।।
कोई नहीं सतायेगा........
कोई नहीं सतायेगा........
पिछली बातें भूलो, कछुए ने था तुम्हें हराया।
सोचो तुम, वह कला तु्म्हारी फिर भी सीख न पाया!
तुम में है नैसर्गिक गुण, वह है अब भी वैसा ही,
उसने कभी न गाया है गुणगान न तुम्हें सताया।
सोचो तुम, वह कला तु्म्हारी फिर भी सीख न पाया!
तुम में है नैसर्गिक गुण, वह है अब भी वैसा ही,
उसने कभी न गाया है गुणगान न तुम्हें सताया।
यहाँ घूमते हैं वे भी क्या उनसे मेल करोगे?
कोई नहीं सतायेगा..........
कोई नहीं सतायेगा..........
करी दोस्ती शश ने रहने लगा साथ में घर में।
जाता संग बजार, घूमता है सारे घर भर में।
बाग, बगीचे में सब पक्षी उससे हैं बतराते,
कभी-कभी कितने ही पक्षी आ जाते परिसर में ।
जाता संग बजार, घूमता है सारे घर भर में।
बाग, बगीचे में सब पक्षी उससे हैं बतराते,
कभी-कभी कितने ही पक्षी आ जाते परिसर में ।
मित्र, नहीं अब किसी शिकारी से तुम जंग करोगे।।
कोई नहीं सतायेगा तुम मेरे संग रहोगे।।
आओ करें दोस्ती.....
कोई नहीं सतायेगा तुम मेरे संग रहोगे।।
आओ करें दोस्ती.....

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