6 सितंबर 2022

रख ध्‍वज ऊँचा महिमा है गानी

गीतिका

छंद- सूचीमुखी (वार्णिक)
मापनी- 112 222
पदांत- 0
संमात- आनी 
 
हम हिंदुस्‍तानी ।
दुनिया भी मानी ।
 
घर घाती लाँघे,
हद हो मैदानी ।
 
सिर से कैसे भी,
गुजरे ना पानी ।
 
जब भी धोखे से,
नजरें हैं तानी ।
 
हर मोके पे दी,
हमने कुर्बानी ।
 
रख ध्‍वज ऊँचा,
महिमा है गानी ।
 
मरना जीना है,  
इस पे है ठानी ।

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