(बाल कविता)
पक्षियों के बारे में
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आओ बच्चो सुनो बताएँपक्षियों के बारे में ।
कई अनोखे पक्षी हैं
कुछ कुछ उनके बारे में ।1।
कौआ कोयल शत्रु
बुद्धि से कोयल उसे हराए ।
कोकिल गाये मधुर
बेसुरा कौआ ही कहलाए ।2।
कुछ कुछ उनके बारे में ।1।
कौआ कोयल शत्रु
बुद्धि से कोयल उसे हराए ।
कोकिल गाये मधुर
बेसुरा कौआ ही कहलाए ।2।
कौआ लंबी उम्र जिये
कोयल ना करे घोंसला ।
कौए के घर देती बच्चे
कितना बड़ा हौसला ।3।
चींटी के पर आते
पक्षी नहीं मगर उड़ती है ।
चमगादड़ स्तनधारी
ना पक्षी पर उड़ती है ।4।
उड़ने वाला पक्षी
सबसे ऊँचा चील उड़े ।
उल्लू की गर्दन घूमे
चहुँ ओर बिना मुड़े ।5।
लंबी भरे उड़ान कबूतर
वह कपोत कहलाता ।
कंकर खा लेता भूखा
शाकाहारी कहलाता ।6।
उड़न गिलहरी भी होती
पर जंगल में रहती है ।
एक पेड़ से दूजे पर
जाने को वह उड़ती है ।7।
पक्षी वे जिनके पर होते
नभचर हैं कहलाते ।
कीट पतंगों के पर हैं
पर पक्षी ना कहलाते ।8।
कान न होते हैं पक्षी के
ना वे दूध पिलाते ।
चोंच ऊपर छेदों से वे
सुनते हैं जान बचाते ।9।
पक्षी अंडे देते सेते
उन पर बैठ जनाते ।
पर आते उड़ जाते अपनी
दुनिया अलग बसाते ।10।
परी कथाओं में सुनते हैं
परियाँ भी उड़ती हैं ।
बातें करती सपनों में
बच्चों से खुश रहती हैं ।11।
परी इसीलिए कहलातीं
होते हैं उनके भी पर ।
परीलोक से आती हैं
उड़ कर ही वे धरती पर ।12।
उड़ती तो पतंग भी है पर
वह निर्जीव चीज है ।
मानव जीव न उड़ पाता है
उसकी यही खीज है ।13।
शायद इसीलिए करता
पिंजरे में पक्षी कैद ।
पर तुम उनको मत करना
मैं आज बताता भेद ।14।
कैद पक्षियों के पिंजरे में
पर मर जाते इक दिन ।
चाहे फिर आजाद करो
ना उड़ पाते वे पर बिन ।15।
डरते हैं वे मानव से
वे उन्हें कैद करते हैं ।
इसीलिए पक्षी अब
आसपास में कम दिखते हैं ।16।
कोयल ना करे घोंसला ।
कौए के घर देती बच्चे
कितना बड़ा हौसला ।3।
चींटी के पर आते
पक्षी नहीं मगर उड़ती है ।
चमगादड़ स्तनधारी
ना पक्षी पर उड़ती है ।4।
उड़ने वाला पक्षी
सबसे ऊँचा चील उड़े ।
उल्लू की गर्दन घूमे
चहुँ ओर बिना मुड़े ।5।
लंबी भरे उड़ान कबूतर
वह कपोत कहलाता ।
कंकर खा लेता भूखा
शाकाहारी कहलाता ।6।
उड़न गिलहरी भी होती
पर जंगल में रहती है ।
एक पेड़ से दूजे पर
जाने को वह उड़ती है ।7।
पक्षी वे जिनके पर होते
नभचर हैं कहलाते ।
कीट पतंगों के पर हैं
पर पक्षी ना कहलाते ।8।
कान न होते हैं पक्षी के
ना वे दूध पिलाते ।
चोंच ऊपर छेदों से वे
सुनते हैं जान बचाते ।9।
पक्षी अंडे देते सेते
उन पर बैठ जनाते ।
पर आते उड़ जाते अपनी
दुनिया अलग बसाते ।10।
परी कथाओं में सुनते हैं
परियाँ भी उड़ती हैं ।
बातें करती सपनों में
बच्चों से खुश रहती हैं ।11।
परी इसीलिए कहलातीं
होते हैं उनके भी पर ।
परीलोक से आती हैं
उड़ कर ही वे धरती पर ।12।
उड़ती तो पतंग भी है पर
वह निर्जीव चीज है ।
मानव जीव न उड़ पाता है
उसकी यही खीज है ।13।
शायद इसीलिए करता
पिंजरे में पक्षी कैद ।
पर तुम उनको मत करना
मैं आज बताता भेद ।14।
कैद पक्षियों के पिंजरे में
पर मर जाते इक दिन ।
चाहे फिर आजाद करो
ना उड़ पाते वे पर बिन ।15।
डरते हैं वे मानव से
वे उन्हें कैद करते हैं ।
इसीलिए पक्षी अब
आसपास में कम दिखते हैं ।16।
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