9 अप्रैल 2023

देश में बढ़ रहा कोरोना

गीतिका

छंद- गगनांगना
विधान- 25 मात्रीय, 16, 9 पर यति, अंत 212
प्रदत्त पदांत- चाहिए
प्रदत्त समांत- अहना

सामाजिक दूरियाँ बना कर, रहना चाहिए ।
स्वस्थ रहें हम कष्ट हाल हर, सहना चाहिए ।1।

खान-पान पर अब आवश्यक, अंकुश हो गया, स्वच्छ हो अब न हवा प्रदूषित, बहना चाहिए।2।

निकलें तभी जरूरी हो जब, बाहर काम से,
देश में बढ़ रहा कोरोना, कहना चाहिए।3।

जहान है अगर जान है तो, सब यह ठान लें,
हठाग्रह दुराग्रह कोई भी, शह ना चाहिए ।4।

मास्क लगाने की आदत अब, डालें सुखनवर,
कहीं न घर अब कोरोना से, ढहना चाहिए।5।

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