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करारी हार भूलने में वक्त
तो लगता है.
चुनावी घाव सूखने में वक्त
तो लगता है.
जनता रूठी है चलों रंग लगा
कर मना लें,
अपनों को मनाने थोड़ा वक्त
तो लगता है.
कुर्सी गँवाने पर
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चार पाँव की कुर्सी होती,चार
पाँव की काठी.
जाना सबको पाँच साल या उमर
बिता कर साठी
किसको हाँकें अब हाथों में रह
गई खाली लाठी
चुनावी जीत पर
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हाथों तोते उड़ जाते हैं
हमने यही सुना था.
एक चना नहीं’ भाड़ फोड़ता हमने
यही सुना था.
हाथों तोते उड़े भाड़ पर फोड़ा
एक चने ने,
देखा चढ़े सूर्य को पुजते
हमने यही सुना था.
बुरा न मानो होली है
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होली
में रंगत रंगों की पहचानो तो होली है.
इसीलिए
तो कहते हैं जी बुरा न मानो होली है.
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