4 अक्तूबर 2018

चमन में हो गए सैयाद इतने हैं (गीतिका)

छंद- शक्ति
मापनी- 1222 1222 1222
पदांत- इतने हैं
समांत- आद

चमन में हो गए सैयाद इतने हैं.
मगर पंछी भीअब उस्ताद इतने हैं.
Image result for खुदा के सामने फरियाद के चित्र
नहीं आते हैं' झाँसे में शिकारी के,
हुए अब तक बहुत बरबाद इतने हैं.

वही जो जानते खोने की' कीमत को
सँभालेंगे वहीं जल्लाद इतने हैं.

प्रशासन, देश कुछ लोगों सेहै चलता,
पड़ी लोगों को' कब आज़ाद इतने हैं.

अगर सुलझा सकें मिलजुल समस्यायें,
कमी कब देश में आबाद इतने हैं.

मगर ऐसा नहीं होता जमाने में,
सड़क पर भी बहुत नाशाद इतने हैं.

करो खुद को ही' अब तैयार सब आकुल’,
खुदा के पास तो फरियाद इतने हैं.

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