23 जनवरी 2023

सच का पीट न ढोल

छंद- हंसगति
विधान- 20 मात्रिक भार। 11, 9 पर यति। छंद का विषम चरण, दोहे का सम चरण होना अनिवार्य,
यति के पूर्व-पश्चात् त्रिकल, अंत दो गुरु/वाचिक से।
मुक्‍तक
1
जितना हो सच बोल, बोलना हो जब ।
कम ही मुँह को खोल, खोलना हो जब।
सच का तब ही मोल, समय पर बोलें,
सच का पीट न ढोल, मोल ना हो जब ।
2
बचत व्यर्थ ही मान, काम ना आए ।
वही श्रेष्ठ है दान, नाम ना आए।
संकट में हो जान, सदा सौदे में,
होता ही नुकसान, दाम ना आए।

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