कविता
आओ गणतंत्र की जय जयकार करें ।।
गणतंत्र की जय जयकार से
वातावरण शुद्ध करें ।
वातावरण शुद्ध करें ।
णमोकार मंत्र से
लौकिक लोकोत्तर कार्य सिद्ध करें।
लौकिक लोकोत्तर कार्य सिद्ध करें।
तंत्र देश का हो या घर का
प्रबुद्ध को प्रतिबद्ध करें।
प्रबुद्ध को प्रतिबद्ध करें।
त्रयीधर्म का पालन कर तन मन
दृढ और विशुद्ध करें।
दृढ और विशुद्ध करें।
गणतंत्र की जय जयकार से
वातावरण शुद्ध करें ।
वातावरण शुद्ध करें ।
वर्ण भेद, वर्ग भेद को त्याग
देश को समृद्ध करें।
देश को समृद्ध करें।
‘सत्यमेव जयते’ शाश्वत है
झूठ और छल-प्रपंच से युद्ध करें।
झूठ और छल-प्रपंच से युद्ध करें।
गणतंत्र की जय जयकार से
वातावरण शुद्ध करें ।
वातावरण शुद्ध करें ।
उद्दंडता उच्छृंखलता
को
सदैव निरुद्ध
करें
भावनाओं के
ज्वार को
अवरुद्ध
करें
शिक्षित हो
स्वयं को
अनिरुद्ध
करें
गणतंत्र
की जय जयकार से
वातावरण
शुद्ध करें ।।
अनुशासन से
सत्यपथ
प्रशस्त करें ।
विचलित न
हो
स्वयं को
आश्वस्त करें ।
अपनी शक्ति
का प्रयोग
प्रदूषण और
भ्रष्टाचार के विरुद्ध करें ।
गणतंत्र
की जय जयकार से
वातावरण
शुद्ध करें ।।
आओ गणतंत्र की जय जयकार करें ।।
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