30 जनवरी 2022

सच को सच कह डाल

गीतिका

छंद-रेवा छंद

विधान- दोहे के 11 मात्रिक सम चरण की चार आवृत्ति इस प्रकार मात्रा भार- 22। 11, 11 पर यति । पहले, दूसरे व चौथे में तुकांत। (मूल छंद में) किंतु गीतिका में पहले दो चरण ही तुकांत ।

पदांत- कह डाल

समांत- अच

झूठ कभी मत पाल, सच को सच कह डाल ।

रह कर तू निर्भीक,  बद से बच कह डाल।

हुआ जन्‍म कर कर्म, कुछ तो है यह मर्म,

बन जाएँ सुविचार, ऐसा रच कह डाल ।

पहले खुद भी सीख, दे फिर सबको सीख,

सोच समझ वो बोल, जाए पच कह डाल 

जीभ तीर तलवार, चले नहीं परिहार,

रुकता अगर विनाश, भले असच कह डाल ।

आकुल नहीं अनीति, यह भी है इक नीति,  

व्‍यंग्‍य चलें तो डाल, नमक मिरच कह डाल।   

 


 

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