15 अगस्त 2024

पर्व स्वतंत्रता दिवस मनाएँ


माँ को भारती को नमन करते हुए स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ।

देशभक्ति गीत
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स्वतंत्रता दिवस मनाएँ
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देशभक्ति गीत
स्वतंत्रता दिवस मनाएँ
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चलो भूल, शिकवे उलाहना, पर्व स्वतंत्रता दिवस मनाएँ।
आज तिरंगा गाँव-गाँव पथ, शहर-शहर घर-घर फहराएँ।

याद करें उनके बलिदानों की कहानियाँ किस्से दिन भर,
गायें उन गीतों को जिनने भरा हौसला जिनके दम पर,
कैसे पाई आजादी उन वीर शहीदों के दम सुन कर
उगलें विष चाहे कितने ही सर्प सदा फुफकारें, तन कर
कर्मठ, वीर न डिगते पथ से क्यों न कृतघ्न कह्र बरपाएँ।
आज तिरंगा गाँव-गाँव पथ, शहर शहर घर-घर फहराएँ।

बीत गई वो बात गई, खोया तो बढ़ कर ही है पाया।
खेल, कला, संस्कृति, तकनीकी जग में है परचम फहराया।
महिलाएँ अब सजग, सशक्त, समर्थ और शिक्षित हो उभरीं,
कोई क्षेत्र नहीं जिसमें ना पहुँचीं हैं प्रभुत्व दिखलाया।
मातृभूमि पर वीराओं ने वारे पूत वह कथा सुनाएँ ।
आज तिरंगा गाँव-गाँव पथ, शहर शहर घर-घर फहराएँ।
आतंकवादियों भितरघातियों के दंगे अब ना सहना है।
दुष्कर्मियों, घूसखोरों, भ्रष्टों के अब हर गढ़ ढहना है।
देशप्रेमियों, नव पीढ़ी को आज जरूरत है अवसर की,
महँगाई जनसंख्या पर अंकुश हमको करके रहना है।
रोज़गार के अवसर हर तबके को दे कर खुशियाँ पाएँ।
आज तिरंगा गाँव-गाँव पथ, शहर शहर घर-घर फहराएँ।

ले संकल्प सभी कुछ हर घर आज देश का मान बढ़ाएँ।
प्रकृति मुसकुराए धरती पर इतने सारे पौध लगाएँ।
त्योहारों का देश हमारा, हर दिन होली दीवाली से,
गले मिलें हर पर्वोत्सव पर फिर क्यों मन से वैर न जाएँ?
योग ध्यान चिंतन मंथन हो संत-समागम पथ दिखलाएँ।
आज तिरंगा गाँव-गाँव पथ, शहर-शहर घर-घर फहराएँ।
चलो भूल, शिकवे उलाहना, पर्व स्वतंत्रता दिवस मनाएँ।

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