(1) दोहे
घर में रह कर कीजिए, कम से
कम अब टॉक ।
मॉस्क लगा
कर घूमिए, मुँह को करिए ब्लॉक ।1।
डाउन
रखिए क्रोध को, इच्छाओं को लॉक ।
सुबह-सुबह नित कीजिए, छत पर
मोर्निंग वॉक ।2।
सामाजिक दूरी रखें, जब तक डाउन
लॉक ।
स्वस्थ रखें तन हाथ को,
धोएँ राउण्ड क्लॉक ।3।
स्वास्थ्य-सफाई कर्मियों,
पुलिस, प्रशासन, डॉक ।
यदि लक्षण देखें कभी, करना इनको नॉक ।4।
नाचें गायें सुनें गीत
सं-गीत, गेम टिक-टॉक ।
हो शास्त्रीय संगीत या,
पश्चिम का हो रॉक ।5।
खूब योजना बनायें, मन को कर अनलॉक ।
आगे बढ़ें न जब तलक, कोरोना
का शॉक ।6।
संस्कारित कैसे करें, है क्या ऐसा ऐप ।
मिटे वायरस बग करे, कम जनरेशन गेप ।7।
एरर वा’यरस से भरा, है मानव मस्तिष्क ।
इसका एक निदान है, फार्मेटिँग हो डिस्क ।8।
(2) छंद- कुण्डलिनी
वाय-फाय
से जुड़ गये, लेंड लाइन को भूल ।
मोबाइल
का
क्रेज है, गए रेडियो भूल ।।
गए
रेडियो भूल, आज टीवी कम्प्यूटर ।
घर
घर अब हैं कार, बंद हो गए स्कूटर ।।1।।
सभी
युवाओं मे बना, प्रमुख एप टिक-टॉक ।
नहीं
मधुर संगीत अब, बजते डीजे रॉक
।।
बजते
डीजे रॉक, डांस करते एक्सट्रा भी।
अब
कैसेट रिकॉर्ड, बंद हैं आर्केस्ट्रा भी ।।2।।
(3) मूल छंद- मुक्तामणि
मेहँदी, म्हावर भूल कर, करते हैं सब डाई ।
हाई टैक से हुए युवा, अब तो हाई-फाई ।।1।।
मॉम डैड का है चलन माँ बाबूजी भूले।
घर-घर माटी के नहीं, मिलें गैस के चूल्हे ।।2।।
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