13 जनवरी 2019

कई दुखी अभाव से (गीतिका)

छंद- प्रमाणिका (वार्णिक)
मापनी- 12 12 12 12
पदांत- से
समांत- आव
 
कई दुखी अभाव से
कई दुखी स्‍वभाव से
खरीदते तभी सभी,
बिना न मोल भाव से.

गरीब भी रहें दुखी,
अमीर के प्रभाव से
नहीं सुखी अमीर भी
दुखी रहें तनाव से

न सीख लें न सीख दें
खुशी व खूब चाव से
अमोल जिंदगी मिली 
रहें जियें निभाव से

खुदा लगा हमें सुखी,
न भक्ति से न भाव से
कभी न मौन से डिगा
न सैंकड़ों बनाव से

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