छंद- प्रमाणिका (वार्णिक)
मापनी- 12 12 12 12
पदांत- से
समांत- आव
कई दुखी अभाव से
कई दुखी स्वभाव से
खरीदते तभी सभी,
बिना न मोल भाव से.
गरीब भी रहें दुखी,
अमीर के प्रभाव से
नहीं सुखी अमीर भी
दुखी रहें तनाव से
न सीख लें न सीख दें
खुशी व खूब चाव से
अमोल जिंदगी मिली
रहें जियें निभाव से
खुदा लगा हमें सुखी,
न भक्ति से न भाव से
कभी न मौन से डिगा
न
सैंकड़ों बनाव से
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें