सान्निध्य
दोस्त फ़रिश्ते होते हैं. बाक़ी सब रिश्ते होते हैं.
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28 अक्तूबर 2016
पढ़ लेना
गीतिका
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छंद- विजात
पहला और आठवाँँ वर्ण लघु-
समान्त- आर
पदांत
–
पढ़ लेना
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धमाकेदार पढ़ लेना।
मसालेदार पढ़ लेना।
अगर मजलिस हँसानी है,
ठहाकेदार पढ़ लेना।
नहीं महफिल हसीनों की,
सलीकेदार पढ़ लेना।
अलग हट कर सुनानी है,
कलंगीदार पढ़ लेना।
अगर बैठक है’ यारों की,
लतीफे चार पढ़ लेना।
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