गीतिका
हवा धूप तेवर दिखलाएँ, इस मौसम में।
आँँधी अंधड़ चलें डराएँ, इस मौसम में।
गर्मी कहर ढा रही श्रेयस, है अब बचना,
रातों में भी लाय सताएँ, इस मौसम में।
लस्सी, छाछ, आम, ईखरस, शरबत पीना,
ये तन को ठंडक पहुँचाएँ, इस मौसम में।
बाहर बच्चों को भेजें पर, पूर्ण सुरक्षित,
बहुत जरूरी हो सँग जाएँ, इस मौसम में।
सुबह-शाम ही करने जाएँ, खरीददारी,
ऑनलाइन माल मँगवाएँ, इस मौसम में।
स्वस्थ रहें गर्मी में भोजन, करना हल्का,
जीवन को ना दाँव लगाएँ, इस मौसम में।
रक्तचाप ना बढ़े न हो तन, में कम पानी,
जान बचे तो लाखों पाएँ, इस मौसम में।
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