27 फ़रवरी 2024

बढ़े न आय खर्च पे लगाम खींचिये

गीतिका
छन्‍द- अनंद (वर्णिक)
मापनी-121 212 121 212 12 (ज र ज र ल ग)
सहज मापनी - 12 12 12 12 12 12 12
पदांत- 0
समांत- इये

बढ़े न आय खर्च पे, लगाम खींचिये ।
ना बैंक ना महाजनी उधार लीजिये।  

न खत्‍म हों, स्‍वभाव, आदतें, बुराइयाँ,
रहें मौन और जोड़-भाग कीजिये ।

सभी न दूध के धुले, हुए समाज में, 
कहीं न देखिए कमी, न दोष दीजिये।

बजार हाट जाइए न कार आदि से,
कभी कभार मोल-भाव से खरीदिये।   

न शेषता रहे कभी, विशेषता रहे,
किसी अशेष की दुआ, अनेक जीतिये। 
 

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