2 फ़रवरी 2024

सीख लिया

 गीतिका

छंद रास
विधान- प्रति चरण मात्रा 22। 8,8,6 पर यति। 
पदांत- सीख लिया  
समांत- अलना

आज समय के साथ बदलना, सीख लिया
दुनिया का रुख, देख सँभलना, सीख लिया।1।

कोई दे या  दे न सहारा, फिक्र नहीं,
हाथ उम्र का, थाम टहलना, सीख लिया।2।

उम्र दे चली हमें अनुभवों की गठरी,
धीरे धीरे, पर अब ढलना सीख लिया।3।

आँख किसी ने, किसी किसी ने, मुँह फेरा, 
तोताचश्‍मों, से अब छलना, सीख लिया। 4। 

उपयोग किया, मेरा सबने, बहरहाल,
लुट कर हमने, आज बहलना सीख लिया।5।

निरर्थक आज, मचलना वक्‍त, निकल चुका,
उनकी खुशियों संग उछलना, सीख लिया।61

रास आ गई, यारी उसको, आकुल से,
अंतिम साँसों, तक सँग चलना, सीख लिया।7।

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